Wednesday 26 February 2014

मिग 29 की आत्मकथा



मैं मिग हू।  मैं एक लड़ाकू विमान हू।  मेरा जन्म अक्टूबर 1977  में रूस में हुआ।  संयुक्त राज्य अमेरीका से लड़ने के लिए मेरा जन्म हुआ था।  मैंने रूस के शीतकालीन यूद्ध में उसकी बहुत मदत कि और उन्हें कई मोर्चो पर जीत दिलाई।  मेरे कई भाई बहन इस यूद्ध के दौरान शहीद हो गए। मेरे  जन्म के बाद मैंने कई देशो का भ्रमण किया।  यूगोस्लाविया, सर्बिआ , जर्मनी , पोलैंड , संयुक्त राज्य अमेरिका , ईराक , सूडान कुछ ऐसे देश है जहाँ मैं उनके लोगो के बीच जाकर पला बढ़ा।  






80 के दशक में मैं भारत आया ।  भारत आने से पहेले मैंने कई देशो के युद्धों में भाग लिया। मेरे कई भाई युद्धो में शहीद हुए और मैं हमेशा देश कि रक्षा करते रहा।  भारत ने मुझे अपने वायु सेना में शामिल तो कर लिया परन्तु मुझे कभी किसी युद्ध में इस्तेमाल नहीं किया।  कारगिल युद्ध के समय मेरे कई भाईयो ने पाकिस्तानी घुसपैठियो को भगाने में भारतीय सेना कि मदत कि परन्तु मैं सिर्फ हाथ पे हाथ रखकर अपनी बरी का इंतज़ार करता रहा।  






मैंने कई बार 15 अगस्त और 26 जनवरी को लालकिले के ऊपर कला बाजिया करकर लोगो का मन बहलाया परन्तु मुझे इस कार्य में कभी ख़ुशी नहीं हुई।  मेरा काम देश कि रक्षा करना था, न कि मसखरा बनकर लोगो का मन बहलाना।  भारत ने मुझे इतने पैसे खर्च करकर ख़रीदा परन्तु उन्होंने मेरा सही उपयोग कभी नहीं किया। मैं अपनी भारत कि जिंदगी से खुश नहीं था।  मुझे यहाँ का जीवन रास नहीं आ रहा था,  परन्तु मेरे पास कोई पर्याय नहीं था।  जैसे तैसे मैं अपने दिन काट रहा था।  






एक दिन अचानक मुझे पता चला की एक हवाई अभ्यास के दौरान मेरे एक भाई कि दुर्घटना में मृत्यु हो गई।  उसके बाद एक एक करके मेरे कई भाई अभ्यास के दौरान वीरगति को प्राप्त हो गए।  ऊनमे से कई ऐसे थे जिन्होंने कभी किसी यूद्ध में भाग नहीं लिया।  2009 में रूस ने मिग 29 का उपयोग बंद कर दिया परन्तु भारत अभी भी कलाबाजियों के प्रदर्शन में मेरा उपयोग कर रहा था।  इन हवाई अभ्यासों और कलाबाजियों से मुझे अब डर लगने लगा था। 






एक दिन मैंने हवाई अभ्यास के लिए जामनगर के आकाश में उड़ान भरी।  मुझे कुछ अनिष्ठ होने कि आशंका लग रही थी मेरे पंख जैसे मुझे उड़ने के लिए मना कर रहे थे परन्तु मेरे बस में कुछ नहीं था।  मैं जैसे ही आसमान में पंहुचा मेरी साँसे भारी होने लगी।  मैंने तुरन्त अपने चालक को इस बात कि सूचना दे दी , परन्तु अब शायद देर हो चुकी थी।  मेरा चालक और मैं जमीन पर आ गिरे और इस दुर्घटना में हम दोनों कि मृत्यु हो गई।  दूसरे दिन कई अखबारो कि सुर्खियो में मेरा नाम छपा था।  






मुझे मरने का डर कभी नहीं था , क्योंकि मेरा काम ही कुच्छ ऐसा था कि मौत तो एक दिन आनी ही थी , परन्तु मैं यूद्ध में अपने देश कि रक्षा करते हुए मरना चाहता था। मैं चाहता था कि मुझे जब कभी वीरगति मिले, मेरे भाई मेरे आस पास ए देखने के लिए हो कि किस तरह मै बहादुरी से उनके साथ लड़ा और लड़ते लड़ते वीर गति को प्राप्त हुआ। आशा करता हू कि अगले जनम में मेरी ये हालत नहीं होगी।  





Tuesday 25 February 2014

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Monday 24 February 2014

कोयले की चोरी


कमाल सुबह उठा और जैसे ही उसके हाथ मे अखबार आया वो
कोयले की चोरी का मामला पढ़कर हक्का - बक्का रह गया. कोयले हमारे भारत की
भू संपदा है उसका चोरी होना कोई मामूली बात नहीं थी. कमाल सोच सोच कर हैरान
था की कोयला चोरी कैसे हुआ.  कमाल नुक्कड़ पर चाय पीने आया तो लोगो से बात
करने लगा की किस तरह करोडो का कोयला चोरी हो गया. कमाल ने गाँव के लडको के
साथ कभी बार मालगाड़ी मे से कोयला चुराया पर कभी भी उसे बेचने के बाद हज़ार
रुपये से ज्यादा नहीं मिला क्योंकि उससे ज्यादा का कोयला चुराकर बेचना आसन
नहीं था.





कमाल कोयले की चोरी के बारे में सोच सोच कर परेशान हो रहा
था क्योंकि वो जानना चाहता था की कोयला किस तरह चुराकर ले जाया गया और किस
बन्दे ने करोडो हज़ार रुपये के कोयलों की चोरी की और किस बन्दे ने करोडो
रुपये के कोयले को हाथो हाथ खरीद लिया. कमाल जानता था की कोयला चुराना कोई
आसन काम नहीं है. कोयला चुराकर बाज़ार तक पहुचाना काफी कठिन था. कमाल फिर से
घर आया और अखबार उठाकर पढ़ने लगा. इस बार उसने हर एक बात ध्यान से पढ़ी तब
उसे मालूम पड़ा की कोयला सिर्फ सरकारी पन्नो पर चोरी हुआ है. असली कोयला
अभी भी वाही पड़ा है जमीन के नीचे, पर आज नहीं तो कल वो जमीन के नीचे से चोरी हो जायेगा.




कमाल
भी अब बड़ी कोयला चोरी के बारे मे सोचने लगा. वो भी अब सिर्फ पन्नो पर
कोयला चोरी कर के पैसा कमाना चाहता था. कमाल को लगा की पन्नो पर कोयला चोरी करना  आसन है पर उसे पता नहीं था की पन्नो पर कोयला चोरी करने के लिए उसे
पहेले राजीनीति मे आना पड़ेगा और कोयला चोरी के लिए कम से कम विधानशभा का
चुनाव जितना पड़ेगा जो अपने आप मे बहुत बड़ा काम है और कमाल जैसे बन्दों को
आपना पूरा जीवन लगाना पड़ेगा और शायद पूरा जीवन लगाने के बाद भी मौका न
मिले.




Interview with Rahul Gandhi - #FF


I hope you enjoyed my all past interviews with so many leaders of political parties. I visited Rahul Gandhi for his interview. I am very glad that he gave me interview to write on my blog.

Q1. What do you think about Aam Aadmi Party ?
Ans : We gave Right to Information Act, We gave food security bill, We gave Jan Lpkapal & we want to empower women in our country.

Q2. What do you think about Failure of Salman Khan's movie Jai Ho ?
Ans : We gave Right to Information Act, We gave food security bill, We gave Jan Lpkapal & we want to empower women in our country.

Q3. What do you think about scam in India ?
Ans : We gave Right to Information Act, We gave food security bill, We gave Jan Lpkapal & we want to empower women in our country.

Q4. What do you think about SRK’s last movie ?
Ans : We gave Right to Information Act, We gave food security bill, We gave Jan Lpkapal & we want to empower women in our country.

Q5.What do you think about Shikh Riots in delhi ?
Ans : We gave Right to Information Act, We gave food security bill, We gave Jan Lpkapal & we want to empower women in our country.

Q6. What do you think about censorship on internet ?
Ans : We gave Right to Information Act, We gave food security bill, We gave Jan Lpkapal & we want to empower women in our country.

Q7. What do you think about TRP of Gutthi's New Show ?
Ans : We gave Right to Information Act, We gave food security bill, We gave Jan Lpkapal & we want to empower women in our country.

Q8.What do you think about next movie of KRK ?
Ans : We gave Right to Information Act, We gave food security bill, We gave Jan Lpkapal & we want to empower women in our country.

Q9. What do you think about Narendra Modi ?
Ans : We gave Right to Information Act, We gave food security bill, We gave Jan Lpkapal & we want to empower women in our country.

Q10. What do you think about future of football in India ?
Ans : We gave Right to Information Act, We gave food security bill, We gave Jan Lpkapal & we want to empower women in our country.

I hope you all enjoyed reading my interview with Mr Rahul Gandhi. Let me tell you that this is transcript of fake interview. There is no LENA DENA of living or non-living thing with above interview and any similarity is merely a coincidence.

Friday 21 February 2014

कांग्रेस को है चमत्कार का इंतज़ार


कांग्रेस सरकार और घोटालो का दामन चोली का साथ हो गया है। कांग्रेस सरकार घोटालो से निजाद पाना चाहती है परन्तु घोटाले कांग्रेस सरकार का साथ नहीं छोड़ना चाहते है। प्याज से जिस तरह परत दर परत छिलके निकलते है उसी तरह पिछले कुच्छ सालो में कांग्रेस और उसके घटक दलो और नेताओ का नाम परत दर परत घोटालो से बाहर आया है। यदि हम कांग्रेस शासन कल में हुए अग्रणीय घोटालो का जिक्र करे तो 2G, CWG, आदर्श और कोयला घोटाला प्रमुख है।

कांग्रेस शासन काल के सभी घोटाले न्यायालय में विचारधीन है और सभी आरोपी जमानत पर रिहा है। हर घोटाले के पहेले कांग्रेस सरकार ने इसे विपक्ष का षड्यंत्र बताकर उससे पल्ला झाड़ने की कोशिस की पर हर बार उन्हें न्यायालय में मूकी खानी पड़ी। सभी आरोपी कांग्रेस सरकार के साथ किसी ना किसी प्रकार से जुड़े हुए है और कांग्रेस अपने आप को पाक साफ बताती है। घोटालो के इस दल-दल में फंसे कांग्रेस से अन्य राजनितिक दल भी अपनी-अपनी रोटिया सेकने में लगे है।

वाड्रा मामले में सामने आये तथ्यों ने गरीबी में आटा गिला कर दिया और अभी तक सरकार अपने घटक दलों और नेताओ के लिए सफाई पेश कर रही थी परन्तु अब वो नेताओ के रिश्तेदारो के लिए भी सफाई दे रही है। महंगाई भी अपनी चरम सीमा पर है और आम आदमी बनाना रिपब्लिक में परेशान हो रहा है। यदि कांग्रेस के लोग चमत्कार पर विश्वास करते है तो आम आदमी को महंगाई से और कांग्रेस को आगामी चुनावो में हारने से से सिर्फ चमत्कार ही बचा सकता है।

Monday 17 February 2014

घोटाला - श्री हरी


घोटाला भारतवासियों के लिए कोई नई बात नहीं है ! घोटाला तो हमारी पौराणिक कथाओ मे भी दिखता है ! जब घोटाला बढ़ने लगता है तब भगवान श्री हरी विष्णु इस धरती पे अवतार लेते है ! और घोटाला करने वालो का विनाश करते है ! कभी - कभी भगवान ने स्वयं घोटाला करने के लिए धरती पे जन्म लिया ! घोटालो से हमारा नाता बहुत पुराना है क्योंकि भगवान श्री हरी विष्णु ने कई बार इस धरती पे घोटाले किये ! विष्णु के द्वारा किये घोटालो की सूचि इस प्रकार है 

वामन रूप मे श्री हरी विष्णु ने दो कदम में पुरे जगत का दान ले लिया !
मोहिनी का रूप धारण करके उन्होंने भस्मासुर का वध किया !
सागर मंथन के बाद जब राहू ने चुपके से देव रूप धरकर अमृत पान किया तो विष्णु ने उसके अंग को दो भाग मे विभाजीत कर दिया !
भगवान कृष्ण के अवतार मे तो श्री हरी विष्णु ने सभी घोटालो की मर्यादा तोड़ दी !

जब मै श्री हरी विष्णु के घोटालो की बात करता हू तब हमें इस बात पे विशेष ध्यान देना चाहिए की श्री हरी ने सभी घोटाले मानव जाती की भलाई के लिए किये ! श्री हरी ने हर घोटाले से असुरो का संहार किया, इस लिए मानव इन घोटालो को श्री हरी का चमत्कार मानते है परन्तु असुर इसे धोका मानते है ! एक बात गौर करने योग्य है की समय के साथ श्री हरी के घोटाले बदलते चले गए ! असुरो ने भी नए नए तरीके निजाद किये परन्तु श्री हरी के घोटालो के आगे असुर मानव जाती का कुछ नहीं बिगड़ पाए !

समय बदला और समय के साथ साथ असुर बदल गए उनके घोटाले करने के तरीके बदल गए ! अब असुर सिर्फ और सिर्फ धन के लिए घोटाला करते है ! असुरो के इस घोटालो को नए नए नाम से जाना जाता है उदहारण के लिए बोफोर्स घोटाला, चारा घोटाला, ताबूत घोटाला, २जी घोटाला, सी डब्लू जी घोटाला, अयस्क घोटाला, निर्माण घोटाला और कोयला घोटाला इत्यादी ! असुरो के घोटालो को जवाब देने के लिए श्री हरी विष्णु कलगी अवतार मे जन्म लेंगे और ऐसा घोटाला करेंगे जिससे मानव जाती का उद्धान हो !

कलगी अवतार मे अभी समय है क्योंकि असुरो के घोटालो ने अभी सीमा पर नहीं की है ! असुरो के घोटालो को रोकने के लिए श्री हरी के सेवक जन्म लेते रहते है पर उन्हें हर बार कुचल दिया जाता है ! कभी सेवक को जला दिया गया, कभी सेवक को गोली मर दी तो कभी उसे गाडी के नीच कुचल दिया ! कलयुग मे असुर निरंतर शक्तिमान होता जा रहा है इस लिए श्री हरी को जल्द से जल्द इस धरती पर जन्म लेना चाहिए तब तक  भारत के नियंत्रक-महालेखापरीक्षक सभी असुरो का बही खाता तैयार कर रहे है !

Monday 10 February 2014

विकास या मूर्ति​या


भारत के राजनेता असली मुद्दों और समस्याओं को समझने में विफल क्यों है ? मैंने कुछ महीने पहले अपने एक लेख में इस बात का ज़िक्र किया था. मैं ​ने उस लेख में उन स्मारकों और स्मारक के विकास में ​नेताओ द्वारा ​अपना समय और ​जनता का ​पैसा खर्च करने का कारण ​भी ​लिखा है​. स्मारको और मूर्तियो का निर्माण मतदाताओ को भावनात्मक रूप से जोड़कर राजनीति​ में अपने वोट बैंक की रक्षा ​करना ​है​. बहन मायावती ने मूर्तियो के निर्माण तो एक कीर्तिमान ही बना डाला उन्होंने बाबा साहेब अम्बेडकर के साथ साथ खुद की प्रतिमा ​भी बनवा दी। ​

​अरब सागर में शिवाजी का एक स्मारक बनाने की भी बात चल रही थी​. ​मैंने सरकार के शिवाजी के स्मारक के नाम पर होने वाली राजनिति का पुरजोर विरोध किया। स्मारक में होने वालो पैसे का इस्तमाल हम ​अन्य सामाजिक विकास के मुद्दों के लिए कर सकते है। सरकार ​का ए मानना है कि ​इस स्मारक से पर्यटन ​बढ़ेगा और सरकारी ​राजस्व में वृद्धि होगी​, परन्तु सरकार ए भूल गयी कि स्मारक पर खर्च हुए पैसे को कमाने में कई वर्ष लग जाएंगे।

​​हम सभी जनाते है कि ​भारत ​का नाम उन देशो में शामिल है जहा आज भी ​कुपोषण ​है। भारत ​का स्वास्थ्य के क्षेत्र में ​विकास ​अभी तक उम्मीद से कम है और हम स्मारकों के विकास पर पैसा खर्च कर रहे हैं​. कई लोगो ​ने ​शिवाजी प्रतिमा के निर्माण के लिए महाराष्ट्र सरकार के फैसले की आलोचना की है, लेकिन अब ​उनमे से ही कई लोग सरदार पटेल की प्रतिमा के निर्माण के लिए मोदी के फैसले का समर्थन कर ​रहे हैं​. ​

मुझे ​लगा था ​नरेंद्र मोदी जैसे व्यक्ति मूर्ति ​से ​परे ​सोचेंगे, परन्तु नरेंद्र मोदी ने मुझे गलत साबित कर दिया।​नरेंद्र मोदी सरदार पटेल कि मूर्ति ​पर खर्च होनेवाले ​पैसे ​से एक अंतरराष्ट्रीय अस्पताल ​या एक अंतराष्ट्रीय विश्वविद्यालय ​बनाने का फैसला ​करते तो शायद देश के लिए अच्छा होता। 



सरदार की प्रतिमा पर आपकी क्या राय है ?​​ k9kamal@gmail.com पर अपने विचार लिख भेजें.

Thursday 6 February 2014

Why Congress is supporting Modi?


In 2002 Riot took place in Gujarat. Gujarat accounted death of Hindus & Muslim. Narendra Modi was Chief Minister at that point of time, the killing of innocent people clearly proved that Modi administration failed to control the riots. In style of Congress,”We can say that Modi administration didn’t try to stop the riots.”

Congress & leaders of congress are trying their best to bring back the 2002 Gujarat riots in main stream to use it against Modi to fight his Development marketing & to stop Modi to reach 272+. My observations clearly pushed me to believe that Congress is helping Modi with every remark of Gujarat riots.

How Congress is supporting Modi?

Congress is making Modi a Super hero by portraying him as killer of people who killed Kar Sevak or put the train on fire at Godhara station. Many Hindus strongly believe that if there won’t be any reaction to what happened in Godhara then it will be difficult for Hindus to live in peace & get respect in their own country.

I observed that there are group of people who over whelmed Modi more when Congress started campaigning him as Killer of particular community. It’s not good sign for secular India but it is true sign of mentality of people in India. There are few intellectuals who won’t approve my theory but it’s true. Many hindus are worshipping Modi because he set the line for particular community.

The supporter of Modi increased due to his involvement of killing (Not proven) in Godhara. They are the people those who think that every terrorist activity in our country is directly linked with particular community. They don’t support killing of innocent people but they support action against a particular community. They want a leader to protect them from particular community and they see that leader into Modi. Congress is making Modi a super hero for them.

सपनो मे जा पंहुचा मैं मधुशाला



एक दिन छुटपन के सपनो मे जा पंहुचा मैं मधुशाला !!


ना मुझे शहद मिली, ना मिली कोई हाला !



रिझाती हाँथ पकड़कर मेरा वहा एक चंचल मधुबाला !


एक दिन छुटपन के सपनो मे जा पंहुचा मैं मधुशाला !!



पैमाने पैमानो से छलक रहे थे, मदहोश थी मधुशाला !


एक दिन छुटपन के सपनो मे जा पंहुचा मैं मधुशाला !!





कोई रोता कोई हस्ता बेबाक थी मधुशाला !


एक दिन छुटपन के सपनो मे जा पंहुचा मैं मधुशाला !!



दुःख की नदियाँ सुख के गोते खेल खिलाती मधुशाला !


एक दिन छुटपन के सपनो मे जा पंहुचा मैं मधुशाला !!


Sapano Me Ja Pahucha Mai Madhushala



Ek Din Ke Chhutpan Ke Sapano Me Ja Pahucha Mai Madhushala !


Na Mujhe Vaha Shahad Mili Na Mili Koi Hala !!





Rijhatee Hanth Pakad Mera Vaha Ek Chanchal Madhubala !


Ek Din Ke Chhutpan Ke Sapano Me Ja Pahucha Mai Madhushala !!





Paimane Paimano Se Chhalak Rahe The, Madhosh Thee Madhushala !


Ek Din Ke Chhutpan Ke Sapano Me Ja Pahucha Mai Madhushala !!





Koi Rota Koi Hasta, Bebak Thee Madhushala !


Ek Din Ke Chhutpan Ke Sapano Me Ja Pahucha Mai Madhushala !!





Dukh Ki Nadiyan Sukh Ke Gote Khel Khilati Madhushala !


Ek Din Ke Chhutpan Ke Sapano Me Ja Pahucha Mai Madhushala !!


Wednesday 5 February 2014

वो सितारा - II



मुंबई की तंग गलियों में कही खो गया मै,


पर क्या वो सितारा अभ्भी चमकता है।





कई दिन बीते मिला नहीं मै,


पर क्या वो सितारा अभ्भी चमकता है।





अँधेरी और उजली रात का एहसास नहीं है,


पर क्या वो सितारा अभ्भी चमकता है।





जाने दिन बीते कितने मैंने ऊपर नहीं देखा है,


पर क्या वो सितारा अभ्भी चमकता है।





लाईट की चका चौंध में तारे गुम गए,


पर क्या वो सितारा अभ्भी चमकता है।





सुना टूट के एक तारा गिरा कही है,


पर क्या वो सितारा अभ्भी चमकता है।





Vo Sitara - II


Mumbai Ki Tang Galiyo Me Mai Kahi Kho Gaya,
Par Kya Vo Sitara Abhi Chamkta Hai!

Kai Din Bite Mila Nahi Hu,
Par Kya Vo Sitara Abhi Chamkta Hai!

Andheri Aur Ujali Raat Ka Ehsaash Nahi Hai!
Par Kya Vo Sitara Abhi Chamkta Hai!

Jaane Din Bite Kitane Maine Upar Nahi Dekha Hai,
Par Kya Vo Sitara Abhi Chamkta Hai!

Light Ki Chaka Chundh Me Tare Gum Gaye,
Par Kya Vo Sitara Abhi Chamkta Hai!

Suna Hai Tut Ke Ek Tara Gira Kahi Hai,
Par Kya Vo Sitara Abhi Chamkta Hai!

Tuesday 4 February 2014

वो सितारा


गाँव की अँधेरी रातों में,


वो सितारा उजाला फैलता था। 





उजियाले चाँद की रोशनी में,


वो सितारा कही छुप जाता था।





मै जब रात को सो जाता था,


वो सितारा मेरा मन बहलाता था। 





दूर गगन में जुगनू सा टिमटिमाता,


वो सितारा कलाबजिया दिखता था। 





मै लेट लतीफ़ देर से आता,


वो सितारा मुझे समय का एहसास करता था। 


Vo Sitara


Gaon Ki Andheri Rato Me,
Vo Sitara Ujala Phailata Tha!

Ujiyale Chand Ki Roshani Me,
Vo Sitara Kahi Chhup Jata Tha!

Mai Jab Raat Ko Thak Jata,
Vo Sitara Mera Man Bahlata Tha!




Dur Gagan Me Jugnu Sa Timtimata,
Vo Sitara Kalabaziya Dikhata Tha!




Mai Late Latif Der Se Aata,
Vo Sitara Muje Samay Ka Ehsaas Karaat Tha!

Sunday 2 February 2014

नए युग की मधुशाला


बैर करांते मंदिर मस्जिद ! मेल कराती मधुशाला !!
दिल तोड़ती प्रियम्वदा ! राह दिखाती बारबाला !!

आदम के बच्चो ने क्या हाल किया मधुशाला !!
हाथ मे चखना और हाथो मे मदिरा का प्याला !!





हम तो अभी यही कहेंगे दिल तोड़ती प्रियम्वदा ! राह दिखाती बारबाला !!
कन्याओ ने भी अब रख्खा कदम है मधुशाला !!

कलयूग रंग दिखायेगा तड़प उठेगी मधुशाला !!
बच्चो ने अब राह है पकड़ी मधुशाला !!

डिस्प्रिन से उतरेगा अब हंगोवर मधुशाला !!
हम तो अभी यही कहेंगे दिल तोड़ती प्रियम्वदा ! राह दिखाती बारबाला !!

साथी भी अब साथ चला है मधुशाला !!
गटर मे गिर के उतारेगी अब नशे की हाला !!

सरकार बढाती टैक्स, रुकी नहीं मधुशाला !!
बूंद बूंद पिते है पैमाने की और भीढ़ बढ़ी है मधुशाल !!

बैर करांते मंदिर मस्जिद ! मेल कराती मधुशाला !!
दिल तोड़ती प्रियम्वदा ! राह दिखाती बारबाला !!


Naye Yug Ki Madhushaala


Bair Karante Mandir Masjid ! Mail Karati Madhushala !!
Dil Todati Priymvada ! Rah Dikhati Barbaala !!

Aadam Ke Bachho Ne Kya Hal Kiya Madhushala !!
Hath Mai Chakhna aur Madira Ky Pyala !!

Ham To Abhi Yahi Kahenge Dil Todati Priymvada ! Rah Dikhati Barbaala !! 

Kanyao Ne Ab Rakhkha Kadam Hai Madhushala !!
Kalyug Rang Dikhayega Tadap Uthegi Madhushala !! 

Bachcho Ne Ab Rah Hai Pakdi Madhushala !!
Diprin Se Utarega Ab Hangover Madhushala !!

Ham To Abhi Yahi Kahenge Dil Todati Priymvada ! Rah Dikhati Barbaala !! 

Sathi Bhi Ab Saath Chala Hai Madhushala !!
Gatar Mai Gir Ke Utaregi Ab Nashe Ki Aala !!

Sarkar Badhati Tax Ruki Nahi Hai Madhushala !!
Bund Bund Pite Hai Paimane Ki Aur Bhid Badhi Hai Madhushala !!

Bair Karante Mandir Masjid ! Mail Karati Madhushala !!
Dil Todati Priymvada ! Rah Dikhati Barbaala !!

Kaam Vaasna



Farhin Aur Shiv Ka Pyaar, Sach Me Pyaar Tha Ya Sirf Kaam
Vaasna Eas Baat Ka Andaaz Lagana Mushkil Tha. Samaaj Me Hindu Aur Muslim Ke
Prem Ko Galat Nazaro Se Dekha Jata Tha. Shiv, Radheshyaam Pandit Ka Ladka Tha
Aur Farhin Kazi Sahab Ki Ladki Thee. Dono Ka Parivaar Unke Jaat Me Sabase Upar
Pe Sthaan Par Baitha Tha. Farhin Aur Shiv Ka Aapas Me Milan Mushkil Hee Nahi
Naminkin Tha.





Farhin Aur Shiv Jaise Hee Milate Vo Nadi Par Ke Khali Pade
Bhutiya Mahal Ki Taraf Chal Dete. Mahal Bhutiya Tha Eas Liye Vaha Koi Aata Jata
Nahi Tha. Farhin Aur Shiv Ko Jo Privacy Chahiye Thee, Ye Mahal Uas Mayane Me
Sabse Sahi Tha. Unake Alava Shayad Hee Koi Uas Bhutiya Mahal Ki Taraf Jata Tha.
Farhin Aur Shiv Ne Bhutiya Mahal Me Kaam Vaasna Puri Karane Ke Liye Har Cheez
Jama Kar Rakhi Thee.





Mere Andaaz Se Vaha Kam Se Kam 100 Condom Box The. Shiv Tha
to Panditaji Ka Ladka Parantu Usake Shuak Navabo Wale The. Farhin Bhi Shauk Ke
Mamale Me Usase Koi Pichhe Nahi Thee. Dono Bhutiya Mahal Pahuchate Hee, Sex Ke
Liye Taiyaar Ho Jaate The. Choli, Peticoat, Bra, Panty, Paint, Shirt, Brief Aur
Vest Sab Shiv & Farhin Ke Saath Sex Ka Maza Lete The. Jism Aur Kapado Me
Kisake Andar Kaam Vaasna Jyada Hai Eas Baat Ke Phaisala karna Mushkil Ho Jata
Tha.





Farhin Aur Shiv Ka Pyaar Hamesha Charcha Me Raheta Tha.
Parantu Farhin Aur Shiv Ke Man Me Sirf Kaam Vaasna Ka Vaas Tha. Dono Lagta Tha
Sidhe Kaam Devta Se Aashirvaad Lekar aaye The. Ghanto Dono Bhutiya Mahal Me Ek
Dusar Ke Aalingan Me Lage Madhosh Pade Rahate The. Kaam Ka Jor Aisa Tha Ki
Ghanto Dono Ke Tan Pe Kapade Ka Tukada Bhi Nahi Raheta Tha. Shayad Kaam Devta Bhi
Upar Farhin Aur Shiv Ko Dekh Kar Sharma Jaate The.







Note : This is not Sex Story. It’s story of Two people, whom
comes from different religion & fall in love but the write failed to
understand the chemistry between them until both get killed by…….





On Viewers response will write next part of this story.


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