हर कोई जुट गया है २०१२ को मानाने मे !
अपने नए पुराने पाप पुण्य को भुलाने मे !!
हमने भी २०१२ मना लिया !
नहीं लिखेंगे कविता ये भुला दिया !!
नया वर्ष भारत को आगे बढ़ाएगा !
भारत वाशियों ने चाहा तो फिर सोने को चिड़िया कहलायेगा !!
नेता हो या अभिनेता हर कोई नया प्रण उठाएगा !
जो सत्य कर्म करेगा वो सजग प्रहरी कहलायेगा !!
हर कोई जुट गया है २०१२ को मानाने मे !
आपने नए पुराने पाप पुण्य को भुलाने मे !!
करे कमाल,
कमल उपाध्याय
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