चलो एक बार मान लेते है की वाड्रा के बारे में जो भी बातें सामने आयी है वो
सच नहीं है। वाड्रा को गाँधी परिवार से जुड़ने का मौका मिलने के बाद उनके
यहाँ स्वयं कुबेर ने घर बना लिया और हर एक व्यवहार में उन्हें सिर्फ और
सिर्फ लाभ मिला परन्तु गाँधी परिवार के रिश्ते का उनके व्यापार से कोई लेना
देना नहीं है। अरविन्द केजरीवाल जैसे लोग अपना राजनितिक जीवन बनाने के लिए
वाड्रा का नाम इस्तेमाल कर रहे है। वाड्रा ने पिछले कुच्छ वर्षो में जो
भी मुनाफा कमाया वो अपनी सूझ-बुझ और लगन से कमाया। और अगर मेरी इन बातों को
आप मान चूके है तो फिर वाड्रा मीडिया में आकर सफाई देने से क्यों हिचक रहे
है।
चलो एक बार मान लेते है की वाड्रा के बारे में जो भी बातें
सामने आयी है वो
सच है। वाड्रा को गाँधी परिवार से जुड़ने का मौका मिलने के बाद उनके
यहाँ स्वयं कुबेर ने घर बना लिया और हर एक व्यवहार में उन्हें सिर्फ और
सिर्फ लाभ मिला क्योंकि हर एक व्यवहार सिर्फ लाभ के लिए किया गया। अरविन्द
केजरीवाल जैसे लोग सच की लड़ाई लड़ रहे है। वाड्रा ने पिछले कुच्छ वर्षो में
जो
भी मुनाफा कमाया वो सब उनके गाँधी परिवार के रिश्तो के कारण कमाया। और अगर
मेरी इन बातों को
आप मान चूके है तो फिर जाहिर सी बांत है की वाड्रा मीडिया में आकर सफाई
देने से क्यों हिचक रहे
है।
चलो एक बार ये भी मन लेते है की सरकार एक आयोग का गठन करके
वाड्रा मामले में जाँच बिठा देती है तो क्या सच को झूट और झूट को सच करने
में समय लगेगा। राजनीती में बड़े बड़े हेर-फेर कहाँ गुम हो गए पता नहीं तो फिर वाड्रा के सच के बारे में हम भूल जांए यही बढ़िया होगा।
Doing Kamaal,
Kamal Upadhyay
No comments:
Post a Comment