उसे एक पैगाम लिख दू !!
क्यों तू बरस के थम जाती है !
ना थमे तो कहर ढाती है !!
तुझसे मोह मुझे बड़ा गहरा है !
तेरे थम थम के बरसने से चमकता चेहरा है !!
तूने कई जीवनों को महकाया !
पर तेरी आफत ने कई जीवनों को जलाया !
तू ना बरसे तो मै तड़पता हु !
तेरे बरसने पर भी मै तड़पता हु !!
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