Wednesday, 8 January 2014

देश बन गया ढोल है बाबू !


देश बन गया ढोल है बाबू !

खुल गयी सबकी पोल है बाबू !!



नेता जी मोबाइल लाइन चुराते है !

महारथी मोबाइल नेटवर्क बेच खाते है !!



पेट्रोल, प्याज, बियर अब एक भाव में आते है !

महंगाई रोकेंगे नेताजी  सिर्फ चिल्लाते है !!



सत्ता में है तो घोटाले पर घोटाले करवाते है !

विपक्ष में बैठ कर घोटालो को गलत बताते है !!



मनोमहन ने न बोलने कि कसम खाई है !

दिग्विजय के चुप रहने में कांग्रेस कि भलाई है !!



देश बन गया ढोल है बाबू !

खुल गयी सबकी पोल है बाबू !!





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